Manmohan Singh Funeral: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार, 28 दिसंबर 2024 को राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उनका पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके निवास, 3 मोतीलाल नेहरू मार्ग पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। शनिवार सुबह 8 बजे, पार्थिव शरीर को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) मुख्यालय ले जाया जाएगा, जहां 8:30 से 9:30 बजे के बीच कांग्रेस कार्यकर्ता और आम जनता उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। उनकी अंतिम यात्रा सुबह 9:30 बजे कांग्रेस मुख्यालय से शुरू होकर श्मशान घाट तक जाएगी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनके आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस की कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने शुक्रवार शाम 5:30 बजे शोकसभा आयोजित कर डॉ. सिंह के योगदान को याद किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भी शोक प्रस्ताव पारित किया। इसमें डॉ. मनमोहन सिंह को एक प्रख्यात राजनेता, जानेमाने अर्थशास्त्री और प्रतिष्ठित नेता बताया गया। शोक प्रस्ताव में कहा गया कि उनके निधन से देश ने एक प्रेरणादायक नेता को खो दिया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उनके सम्मान में एक जनवरी 2025 तक सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।
मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को पश्चिमी पंजाब के गाह गांव (अब पाकिस्तान) में हुआ था। उन्होंने कैम्ब्रिज और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालयों से उच्च शिक्षा प्राप्त की। अपने जीवनकाल में उन्होंने विभिन्न उच्च पदों पर कार्य किया, जिनमें भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर, वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार और भारत के वित्त मंत्री के रूप में सेवाएं शामिल हैं। 1991 में भारत के आर्थिक सुधारों में उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता।
डॉ. सिंह ने 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। उनके नेतृत्व में देश ने कई ऐतिहासिक आर्थिक और सामाजिक बदलाव देखे। उनकी उपलब्धियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली, जिसमें पद्म विभूषण और अन्य सम्मान शामिल हैं।